जय माँ भवानी 🙏🚩
लग्नानुसार #शनि के मकर में #गोचर का प्रभाव एवं #उपाय
*कन्या लग्न*
अब हम बात करते हैं कन्या लग्न की
#कन्या लग्न में शनि पंचम और षष्ठम भाव का स्वामी है और गोचर में यह है अब पंचम भाव में । यहां से शनि ग्रह की दृष्टि सप्तम स्थान पर , एकादश स्थान पर और #द्वितीय स्थान पर रहेगी।
कन्या लग्न के लिए अगर देखा जाए तो शनि मित्र ग्रह है इसलिए इस लग्न के लिए बहुत से कार्य शनि को ही करने होते हैं परंतु अभी हम देखेंगे की शनि यहां स्वराशि होकर पंचम में है और पूर्ण प्रभावी रहेगा।
वैसे तो इस लग्न के लिए शनि #त्रिकोण भाव स्वामी होके पाप ग्रह होने कारण शुभ ही माना जाएगा परंतु यह गोचर अभी कई तरह से उलझनें देने वाला लग रहा है।पर दूजी तरफ देखें तो इसके प्रभाव की मुख्य स्थिति कुंडली में शनि के बल अनुसार निर्भर करती है।
अभी पंचम का शनि कन्या लग्न वालों के लिए पंचम भाव को बल देने का कार्य करेगा तो यदि शुभ है तो मेहनत के बाद #शुभता भी देगा।
पंचम भाव मुख्य तौर पर भाव है शिक्षा का , संतान का , बुद्धि का , प्रेम संबंधों का तो अब ये भाव और सक्रिय होंगे ।
जिससे इस भाव से संबंधित मिले-जुले परिणाम मिलेंगे यदि कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी नहीं है तो उनके लिए धन से संबंधित काफी समस्या रहने वाली है क्योंकि दूसरा भाव धन भाव और एकादश भाव आय का लाभ का भाव है।
दोनों ही भाव से जब शनि धन को प्रभावित करने वाला है तो धन को लेकर आसानी से काम नहीं होंगे। इसलिए कन्या लग्न वालों को इस वर्ष धन के मामलों में ध्यान देने की आवश्यकता होगी ।
इसके लिए एक #सरल सा #उपाय मैं पोस्ट के अंत में उपायों में लिखूंगी।वह जरूर करें।💰💰💰
पंचम भाव बुद्धि का भाव होने के कारण यह समय है कन्या राशि वालों के लिए अपने बुद्धि को विस्तार देने का बहुत सोच समझ कर कार्य करने का नया कुछ सीखने का।
जो लोग विवाहित है और संतान के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं उन लोगों के लिए संतान के योग बनेंगे।
जो अविवाहित है उनकी विवाह के योग भी इस गोचर से बन सकते हैं और खासकर जो लोग प्रेम विवाह करना चाहते हैं वह प्रयास करें कि इस समय में शनि संबंधित उपाय जरूर करें।
विद्यार्थी वर्ग को खास ध्यान रखने की आवश्यकता होगी इस समय में किसी भी तरह से अपने ध्यान को भटकने ना दे क्योंकि यह समय उन्हें शिक्षा के लिए अच्छा रहने वाला है परंतु यदि वह लापरवाही बरतेंगे यां अपनी दिनचर्या को अनुशासित नहीं रखेंगे तो उन्हें काफी नुकसान होने वाला है जो बच्चे अपने नियम अनुसार नहीं चलेंगे उनको शिक्षा संबंधित परेशानियों का सामना इसमें करना पड़ेगा परंतु जो लोग नियम से चलते हैं और अपना समय अनुशासित करके रखते हैं उनके लिए नए कोर्स सीखने का समय है और अब उनकी काबिलियत भी बढ़ेगी।
जो लोग व्यापार में लगे हुए हैं वह इस समय में ध्यान देकर चले क्योंकि सप्तम भाव पर भी शनि की दृष्टि है और लाभ भाव पर भी इसलिए अपने आय-व्यय का पूर्ण प्रबंधन करके चलें क्योंकि इनमें व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं यदि आप पार्टनरशिप में है तो पार्टनरशिप से संबंधित भी समस्या पैदा हो सकती है आपसी मनमुटाव होने के योग भी यह गोचर बना सकता है।
यहाँ एक बहुत जरूरी बात कन्या लग्न वालों को समझनी चाहिए कि शनि का स्वभाव है #मेहनत करवा के काबिल बनाना। इसलिए यह फल को समझते हुए सकारात्मक रहें क्योंकि जिस प्रकार अभी यह गोचर आपसे बहुत मेहनत करवाएगा पर फिर आगे आपको लाभ भी दिलाएगा ।
जिस तरह से हीरे को नरम कपड़े से पोंछते रहने से वह नहीं चमकता बल्कि उसे चोट करके ही तराशा जाता है उसी प्रकार शनि द्वारा दिया गया समय आपको काबिल बनाकर आगे लाभ कमाने योग्य बनाता है ।इसलिए #उपाय जरूर करें ताकि आपकी #सकारात्मक ऊर्जा कम न होने पाए और आपना कर्म किए जाएं ताकि यही शनि आगे आपके लिए सहयोगी होता जाए।
कन्या लग्न पर गोचर से षष्ठम भाव भी सक्रिय होगा जिस कारण से कुछ ना कुछ रोग और खासकर पेट से संबंधित समस्याएं महसूस हो सकती है ।
जिनको कमर से संबंधित दर्दों से संबंधित समस्या पहले से है वह इस समय में बहुत सावधानी रखें अपनी कमर का अपनी पीठ का खास ध्यान रखें और अपने भोजन में तली हुई चीजें कम से कम प्रयोग करें ।
इनको कोई समस्या लगते ही #चिकित्सक से सलाह करके उपचार लेना चाहिए।
यह समय कन्या लग्न वालों के लिए पेट और कमर पेट से संबंधित किसी भी लापरवाही बरतने का नहीं है।
कन्या लग्न वालों को #धन_संबंधित_शनि_के_सहयोग के लिए एक #उपाय करना है
💰💰💰💰💰💰💰💰💰
जिसमें इस समय से आपने आय और व्यय का एक एक हिसाब लिखनें की आदत डालें ।
इसके लिए एक नोटबुक लगाकर सबसे ऊपर आपने #ईष्ट देव का नाम लिखें और सब लाभ और खर्चा नोट करें।
और इस सब को लिखने के लिए हरे रंग के पेन का ही प्रयोग करें ।
अब साथ में पांच #कमलगट्टे और चांदी का एक चौरस #टुकड़ा लें एक #गुलाबी रंग की छोटे कपड़े में बांध कर उसे माँ लक्ष्मी के चरणों से लगा कर नोटबुक के ऊपर रखे रहने दिया करें
अथार्त जब जब आप उस नोटबुक का प्रयोग करें उसके बाद उसको बंद करने के बाद उसके ऊपर वह #पोटली रख दें ।इस से #धन_संबंधित_रास्ते_खुले_रहेंगे।🌷🌷🌷
दशरथ कृत श्री शनि स्त्रोत का पाठ नियमित रूप से करें।
😇गरीब और निम्न वर्ग की सहायता करें।किसी को अपमानित न करें।
📿अब से माँ लक्ष्मी जी के किसी मंत्र के जप का यां पाठ का नियम बना लें।
गुरूजनों की सेवा करें।
जय माँ 🚩🙏
Deepti Sharma Astrologer Palmist
लग्नानुसार #शनि के मकर में #गोचर का प्रभाव एवं #उपाय
*कन्या लग्न*
अब हम बात करते हैं कन्या लग्न की
#कन्या लग्न में शनि पंचम और षष्ठम भाव का स्वामी है और गोचर में यह है अब पंचम भाव में । यहां से शनि ग्रह की दृष्टि सप्तम स्थान पर , एकादश स्थान पर और #द्वितीय स्थान पर रहेगी।
कन्या लग्न के लिए अगर देखा जाए तो शनि मित्र ग्रह है इसलिए इस लग्न के लिए बहुत से कार्य शनि को ही करने होते हैं परंतु अभी हम देखेंगे की शनि यहां स्वराशि होकर पंचम में है और पूर्ण प्रभावी रहेगा।
वैसे तो इस लग्न के लिए शनि #त्रिकोण भाव स्वामी होके पाप ग्रह होने कारण शुभ ही माना जाएगा परंतु यह गोचर अभी कई तरह से उलझनें देने वाला लग रहा है।पर दूजी तरफ देखें तो इसके प्रभाव की मुख्य स्थिति कुंडली में शनि के बल अनुसार निर्भर करती है।
अभी पंचम का शनि कन्या लग्न वालों के लिए पंचम भाव को बल देने का कार्य करेगा तो यदि शुभ है तो मेहनत के बाद #शुभता भी देगा।
पंचम भाव मुख्य तौर पर भाव है शिक्षा का , संतान का , बुद्धि का , प्रेम संबंधों का तो अब ये भाव और सक्रिय होंगे ।
जिससे इस भाव से संबंधित मिले-जुले परिणाम मिलेंगे यदि कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी नहीं है तो उनके लिए धन से संबंधित काफी समस्या रहने वाली है क्योंकि दूसरा भाव धन भाव और एकादश भाव आय का लाभ का भाव है।
दोनों ही भाव से जब शनि धन को प्रभावित करने वाला है तो धन को लेकर आसानी से काम नहीं होंगे। इसलिए कन्या लग्न वालों को इस वर्ष धन के मामलों में ध्यान देने की आवश्यकता होगी ।
इसके लिए एक #सरल सा #उपाय मैं पोस्ट के अंत में उपायों में लिखूंगी।वह जरूर करें।💰💰💰
पंचम भाव बुद्धि का भाव होने के कारण यह समय है कन्या राशि वालों के लिए अपने बुद्धि को विस्तार देने का बहुत सोच समझ कर कार्य करने का नया कुछ सीखने का।
जो लोग विवाहित है और संतान के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं उन लोगों के लिए संतान के योग बनेंगे।
जो अविवाहित है उनकी विवाह के योग भी इस गोचर से बन सकते हैं और खासकर जो लोग प्रेम विवाह करना चाहते हैं वह प्रयास करें कि इस समय में शनि संबंधित उपाय जरूर करें।
विद्यार्थी वर्ग को खास ध्यान रखने की आवश्यकता होगी इस समय में किसी भी तरह से अपने ध्यान को भटकने ना दे क्योंकि यह समय उन्हें शिक्षा के लिए अच्छा रहने वाला है परंतु यदि वह लापरवाही बरतेंगे यां अपनी दिनचर्या को अनुशासित नहीं रखेंगे तो उन्हें काफी नुकसान होने वाला है जो बच्चे अपने नियम अनुसार नहीं चलेंगे उनको शिक्षा संबंधित परेशानियों का सामना इसमें करना पड़ेगा परंतु जो लोग नियम से चलते हैं और अपना समय अनुशासित करके रखते हैं उनके लिए नए कोर्स सीखने का समय है और अब उनकी काबिलियत भी बढ़ेगी।
जो लोग व्यापार में लगे हुए हैं वह इस समय में ध्यान देकर चले क्योंकि सप्तम भाव पर भी शनि की दृष्टि है और लाभ भाव पर भी इसलिए अपने आय-व्यय का पूर्ण प्रबंधन करके चलें क्योंकि इनमें व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं यदि आप पार्टनरशिप में है तो पार्टनरशिप से संबंधित भी समस्या पैदा हो सकती है आपसी मनमुटाव होने के योग भी यह गोचर बना सकता है।
यहाँ एक बहुत जरूरी बात कन्या लग्न वालों को समझनी चाहिए कि शनि का स्वभाव है #मेहनत करवा के काबिल बनाना। इसलिए यह फल को समझते हुए सकारात्मक रहें क्योंकि जिस प्रकार अभी यह गोचर आपसे बहुत मेहनत करवाएगा पर फिर आगे आपको लाभ भी दिलाएगा ।
जिस तरह से हीरे को नरम कपड़े से पोंछते रहने से वह नहीं चमकता बल्कि उसे चोट करके ही तराशा जाता है उसी प्रकार शनि द्वारा दिया गया समय आपको काबिल बनाकर आगे लाभ कमाने योग्य बनाता है ।इसलिए #उपाय जरूर करें ताकि आपकी #सकारात्मक ऊर्जा कम न होने पाए और आपना कर्म किए जाएं ताकि यही शनि आगे आपके लिए सहयोगी होता जाए।
कन्या लग्न पर गोचर से षष्ठम भाव भी सक्रिय होगा जिस कारण से कुछ ना कुछ रोग और खासकर पेट से संबंधित समस्याएं महसूस हो सकती है ।
जिनको कमर से संबंधित दर्दों से संबंधित समस्या पहले से है वह इस समय में बहुत सावधानी रखें अपनी कमर का अपनी पीठ का खास ध्यान रखें और अपने भोजन में तली हुई चीजें कम से कम प्रयोग करें ।
इनको कोई समस्या लगते ही #चिकित्सक से सलाह करके उपचार लेना चाहिए।
यह समय कन्या लग्न वालों के लिए पेट और कमर पेट से संबंधित किसी भी लापरवाही बरतने का नहीं है।
कन्या लग्न वालों को #धन_संबंधित_शनि_के_सहयोग के लिए एक #उपाय करना है
💰💰💰💰💰💰💰💰💰
जिसमें इस समय से आपने आय और व्यय का एक एक हिसाब लिखनें की आदत डालें ।
इसके लिए एक नोटबुक लगाकर सबसे ऊपर आपने #ईष्ट देव का नाम लिखें और सब लाभ और खर्चा नोट करें।
और इस सब को लिखने के लिए हरे रंग के पेन का ही प्रयोग करें ।
अब साथ में पांच #कमलगट्टे और चांदी का एक चौरस #टुकड़ा लें एक #गुलाबी रंग की छोटे कपड़े में बांध कर उसे माँ लक्ष्मी के चरणों से लगा कर नोटबुक के ऊपर रखे रहने दिया करें
अथार्त जब जब आप उस नोटबुक का प्रयोग करें उसके बाद उसको बंद करने के बाद उसके ऊपर वह #पोटली रख दें ।इस से #धन_संबंधित_रास्ते_खुले_रहेंगे।🌷🌷🌷
दशरथ कृत श्री शनि स्त्रोत का पाठ नियमित रूप से करें।
😇गरीब और निम्न वर्ग की सहायता करें।किसी को अपमानित न करें।
📿अब से माँ लक्ष्मी जी के किसी मंत्र के जप का यां पाठ का नियम बना लें।
गुरूजनों की सेवा करें।
जय माँ 🚩🙏
Deepti Sharma Astrologer Palmist
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